आइसक्रीम ( कविता )
ये है, ठंडी आइसक्रीम।
बड़ा ही मीठा इसका स्वाद,
करें सब इसकी ठंडक याद,
मधुरता कोई सके न भूल,
बर्फ इसमें है, इसमें क्रीम।
ये है, ठंडी आइसक्रीम ।।
खा रहे बालक, वृद्ध, जवान,
खा रहे हैं निर्धन, धनवान,
खा रहे अफर, मंत्री सभी,
खा रहे साहूकार, मुनीम।
ये है, ठंडी आइसक्रीम ।।
गुणों से अगणित ओत-प्रोत,
शक्ति और स्वास्थ्य का स्रोत,
देह में भर देह ताकत खूब,
कह रहे डॉक्टर, वैद्य, हकीम ।
ये है, ठंडी आइसक्रीम।।
सभी रखते खाने की चाह,
सभी में इसके प्रति उत्साह,
देख लालायित होते लोग,
टूट पड़ती बच्चों की टीम।
ये है, ठंडी आइसक्रीम ।।
बेचने वाले बेचें घूम,
टुकानों पर मचती है धूम,
होटलों में भी खाते लोग,
रात में दिखता इसका ड्रीम।
ये है, ठंडी आइसक्रीम।।

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