सपने ( कविता )
अपना रंग जमाते सपने
अंबर तक ले जाते सपने
जाने क्या क्या लाते सपने
सबके मन को भाते सपने
सपने हैं पहचान हमारी
सपने आंखों की फुलवारी।
⋗ कविता
- अश्वघोष
🌙 शुभ रात्रि
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